मुसलमान तरह-तरह के दस्तावेज जुटाने के लिए अभी से यहां-वहां दौड़ रहे हैं
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहले कई बार और नागरिकता (संशोधन) विधेयक (कैव) पर चर्चा के दौरान भी इस बात पर जोर दिया कि एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिकता सूची) तो जरूर आएगा। साफ है कि एनआरसी और कैब एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और एक-दूसरे के पूरक होंगे। देश के मुसलमान पिछले छह साल से वैसे ही काफी दवाव में ह…
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कश्मीर के काम-धंधों पर भी गिर रही है बर्फ; वहां की ऊन,शॉल, कालीन, सजावट के सामान नहीं मिलने वाले
जालंधर। क्या आपको अजीब नहीं लग रहा है कि शॉल, ऊनी कपड़े बेचने वाले कश्मीरी लोग इस बार आपकी गलियों में नहीं आ रहे हैं? पिछले साल तक हर छोटे-बड़े शहर, कस्बे और गांवों की गलियोंसड़कों पर अपनी अलहदा पहचान के साथ वे ठंड के महीनों में घमते तथा फेरी लगाते आम तौर पर दिखाई दे जाते थेयही नहीं, अन्य कश्मीरी स…
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मोदी सरकार आईआईटी जैसी शीर्ष शिक्षण संस्थाओं को दिवालिया बनाने पर आमादा
मोदी सरकार ने उच्च शिक्षा क्षेत्र को भी कॉरपोरेट हाथों में सौंपने की तैयारी कर ली है। हाल-फिलहाल में सरकार ने जिस कदर आईआईटी जैसे संस्थानों को दिए जाने वाले पैसे में कमी कर उन्हें लोन पर गजारा करने के रास्ते पर धकेल दिया है, उसका नतीजा यह होगा कि ये संस्थान दिवालिया हो जाएंगे और आर्थिक रूप से कमजोर…
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नेहरू नहीं, पटेल ने तैयार कियाथाअनुच्छेद 370
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीने 31अक्तूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर आयोजित एक समारोह में अनुच्छेद 370 को रद्द करने के निर्णय को उन्हें समर्पित किया। मोदी ने कहा कि सरदार पटेल अनुच्छेद 370 के विरोधी थे।भाजपा-संघ का जोर इस बात पर रहा है कि अनुच्छेद 370 लागू करने का फैसला देश के पहले प्रधानमंत्री…
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बात थी 24 घंटे सस्ती बिजली की, पर घंटों रहती है गुल जेब अलग कट रही, वजह : निजी कंपनियों पर इनायत
नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी ने 2014 में सत्ता संभालने के बाद वादा किया था कि लोगों को 24 घंटे और सस्ती बिजली मिलेगी। लेकिन 5 साल और 100 दिन से अधिक बीतने के बावजूद 24 घंटे बिजली तो नहीं ही मिल रही है, इसकी दरें भी बढ़ती ही जा रही हैं। अति उत्साह में लिए गए मोदी सरकार के फैसलों का परिणाम अब राज्यों को भ…
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संसद भवन से इंडिया गेट तक तमाम धरोहरों को बदल देने का ये फैसला तो तुगलकी ही है
नई दिल्ली। चौदहवीं सदी में दिल्ली की तख्त पर राज था मोहम्मद बिन तुगलक का। उसने राजधानी दिल्ली से हटाकर महाराष्ट्र के देवगिरी ले जाने का फैसला किया और दिल्ली के लोगों को भी वहीं बसने का फरमान सुनाया। इस चक्कर में कितने ही लोगों की मौत हो गई। आज तुगलक का वह फरमान ताजा सा लग रहा है। कारण, मोदी सरकार भ…
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